*संघर्षशील जीवन से पोषित सफलताओं का श्रृंगार करती है।*

संघर्षशील जीवन से पोषित सफलताओं का श्रृंगार करती है।*
*वह नारी ही है जो सही मायनों में सकल जीवन का उद्धार करती है।।*

महिलाओं की उन्नति और विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर महिला सशक्तिकरण हेतु प्रत्येक वर्ष 8 मार्च के दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

इसी कड़ी में *उदयन शालिनी केयर* की ओर से इस दिन की महत्ता को दर्शाते हुए *9 मार्च, 2025, रविवार को प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, दयालबाग* में एक मनोरंजक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

‘उदयन केयर’ एक भारतीय एनजीओ (पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट) है, जिसे 1994 में पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था, जो कमजोर बच्चों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करता है। इसने भारत के 15 राज्यों के 36 शहरों में  30,000 से अधिक बच्चों, महिलाओं और युवाओं के जीवन को प्रभावित किया है।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया एवं *उद्घोषिका रितिका बघेल, मानसी शर्मा, (बैच 1) व नंदिनी झा (बैच 4) ने* सभी का स्वागत व अभिनंदन किया। तत्पश्चात *रितु, अंशिका, चांदनी और अफ़शीन ने* अपनी मधुर कविता से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर *वैष्णवी (बैच 1) ने अपनी मांँ के साथ लुका-छुपी बहुत हुई* गीत पर नृत्य कर सभी को भावुक कर दिया, जिसके बाद *जगप्रीत सिंह सचदेवा और दीपाली खेत्रपाल जी ने* समस्त शालिनियों व उनकी माताओं को अंताक्षरी खिलवाकर वातावरण को मनोरंजक बना दिया। तत्पश्चात *बैच 2 और बैच 4 की शालिनियों द्वारा सामूहिक नृत्य व काजल (बैच 1) के द्वारा एकल नृत्य* की प्रस्तुति की गई।

समाज में महिलाओं के महत्व को बताते हुए *मेंटर डॉ. कामना धवन ने नज़रिया नामक स्वरचित कविता* प्रस्तुत की, जिसका सभी ने आनंद उठाया।

*प्रतिभा कुलश्रेष्ठ, डॉ. शुभा कुलश्रेष्ठ और रिचा बिंदल गोयल* द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम पर शालिनियों के द्वारा बनाए गए पोस्टरों के विजेता घोषित किए गए, जो निम्न हैं-
*प्रथम* – शिल्पा (बैच 4)
*द्वितीय*- कोमल कुमारी (बैच 1)
*तृतीय*- प्रतिभा सिंह (बैच 4)
*सांत्वना पुरस्कार*- ईशा खान (बैच 2)
*ओवरऑल विजेता*- मितिका मिश्रा (बैच 1)

कार्यक्रम में *मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. इला किशोर (प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ)* ने उदयन केयर के कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए सभी शालिनियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि उदयन एक प्रेरणास्रोत है, जो कठिनाइयों को ही अपनी ताकत बनाकर नारी शक्ति को निखार रहा है।

*मुख्य सलाहकार, डाॅ. सुशील गुप्ता ने* आशीर्वचन देते हुए कहा कि उन्होंने अनेकानेक प्रकार की समाजसेवा की है परंतु उदयन परिवार में सम्मिलित होकर इन लड़कियों को गोद लेकर पाँच वर्ष तक उनके शिक्षण कार्यक्रम व कार्यशालाओं का आयोजन करना अभी तक के समस्त कार्यों में सर्वोपरि एवं संतोषजनक है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक छात्रा को अपना आदर्श स्थापित करके प्रगति के पथ पर निरंतर बढ़ते रहना है।

अंत में *जॉन प्रदीप उलरिक* द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।

कार्यक्रम में *प्रतिभा सुनीति शॉ (कार्यक्रम समन्वयिका), जगप्रीत सिंह सचदेवा, विजय अग्रवाल, एडवोकेट नम्रता मिश्रा, वंदना टंडन, डॉ. रेखा निगम, प्रतिभा कुलश्रेष्ठ, डॉ. शुभा कुलश्रेष्ठ, डॉ. कामना धवन, सी.ए. ऋचा बिंदल गोयल, दीपाली खेत्रपाल, दिव्या कालरा, डॉ. नीलम मेहरोत्रा, उत्कर्ष जायसवाल, शशांक अग्रवाल, मोहित महाजन एवं राजीव टंडन* की सराहनीय उपस्थिति रही।