नाट्य महोत्सव का हुआ भव्य समापन

नाट्यकर्म संस्था द्वारा आयोजित दो दिवसीय महोत्सव के समापन पर अशोक सिंह लिखित नाटक ‘कोई एक रात’ के मंचन को यूथ हॉस्टल में उपस्थित दर्शकों की काफी सराहना मिली। नाटक में बेटी की भूमिका मन्नू शर्मा व मां की भूमिका श्रीमती स्वीटी अग्निहोत्री ने निभाई। दो दिवसीय नाट्य महोत्सव का शीर्षक ‘आईना ‘ महिलाओं के जीवन की समस्याओं व चुनौतियों पर आधारित रखा गया जिसमें पहले दिन ‘तलाश’ व दूसरे दिन ‘कोई एक रात’ नाटक की प्रस्तुतियां हुईं।
नाटक का निर्देशन मन्नू शर्मा ने किया तथा संगीत संचालन व सह निर्देशन तुषार वर्मा और चंद्रशेखर ने किया।

‘कोई एक रात’ दो महिला पात्रीय एक प्रभावी नाटक है। माँ और बेटी के बीच ‘लव-हेट रिलेशनशिप’ पर आधारित यह नाटक कलकत्ते में दर्ज़नो बार खेला जा चुका है और नाट्य समीक्षकों और दर्शकों द्वारा सराहा भी जा चुका है।

नाटक के कुछ अंश:
“तभी तो कुछ देता भी नहीं तुम्हारा थिएटर तुम्हें… बस का किराया तक नहीं।
अगर मैंने भी तेरी तरह बेवकूफ़ियाँ की होतीं ना, तो आज मैं सड़क पे खड़ी होती, आने – जाने वाली गाड़ियों में झाँकती कि कहीं किसी बाबू को पसन्द आ जाऊँ ।

समापन समारोह की शुरुआत रोमी चौहान द्वारा प्रोफेसर प्रियम अंकित के स्वागत सम्मान से हुई। कार्यक्रम का संचालन नव्या ओम और डॉ. विजय शर्मा ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से छाँव फाउंडेशन के निदेशक आशीष शुक्ल, अनिल शर्मा,रामभरत उपाध्याय, आशीष मोहन, युवा शक्ति संगठन से अरुण लवानिया,योगेश त्यागी,एस एस डब्ल्यू से अभिजीत सिंह,भास्कर न्यूज से हिमेश वित्थरैया,वंदना तिवारी,शिवांगी दुबे, यथार्थ,विशाल रियाज समेत शहर के तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।