विभव अभिव्यक्ति एक ताकत है,

डॉ. सुशील गुप्ता के स्व. पिताजी की स्मृति में प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल परिसर में आयोजित विभव अभिव्यक्ति के अंतर्गत वक्तृत्व की शक्ति प्रतियोगिता में आगरा और फिरोजाबाद जिले के 38 विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग किया।

श्री सतीश चंद्र गुप्ता ‘विभव’ की प्रथम पुण्यतिथि 26 दिसंबर को है। उन्हें हिंदी से असीम स्नेह था। उनके हिंदी भाषा के प्रति अनुराग को ध्यान में रखते हुए ‘विभव’ परिवार ने उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष वक्तृत्व की शक्ति प्रतियोगिता के आयोजन का निर्णय लिया है।

इस अवसर पर डॉ. आर.एस. तिवारी ‘शिखरेश’, डॉ. सुषमा सिंह, डॉ. श्रुति सिन्हा, डॉ. ममता शर्मा, डॉ. गुंजन, एवं कुमार ललित (निर्णायक मंडल), विद्यालय के निदेशक एवं प्रतियोगिता के आयोजक डॉ. सुशील गुप्ता, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव उपस्थित थे।

सभी बाल वक्ताओं ने निर्धारित विषय – क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता समाज के लिए उचित है? पर अपने विचार अभिव्यक्त किए। अपने वक्तव्यों के द्वारा उन्होंने ए.आई. अर्थात कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अर्थ, उससे संबंधित मिथक और उससे जुड़े सकारात्मक पक्षों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।

प्रतियोगिता का परिणाम इस प्रकार रहे-

प्रथम स्थान – जसनूर सिंह (प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल)

द्वितीय स्थान – सिमरन शर्मा (सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल, यूनिट- 4)

तृतीय स्थान – यश्वी उपाध्याय (गायत्री पब्लिक स्कूल, शास्त्रीपुरम)

सांत्वना पुरस्कार (प्रथम) – डौली छापरिया (सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल, यूनिट -2)

सांत्वना पुरस्कार (द्वितीय) – श्रेया चाहर (एस.जी.पब्लिक स्कूल)

समस्त विजेताओं को 26 दिसंबर, 2024 को आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा, जिसके अंतर्गत प्रथम पुरस्कार – रुपए 31000, द्वितीय – रुपए 21000, तृतीय – रुपए 11000 व रुपए 5100 के दो सांत्वना पुरस्कार व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए जाएँगे।

इस अवसर पर डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रतियोगिता का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता अब प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाएगी जिससे हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में वृद्धि हो।

कार्यक्रम का संचालन अर्सला नदीम एवं शिवानी सिंह ने किया।

डॉ. सुशील गुप्ता