*प्रिल्यूड के वार्षिकोत्सव में झलका ‘अतुल्य भारत’ का रंग, हुआ संस्कृति, विज्ञान और एकता का अद्भुत संगम*

*प्रिल्यूड के वार्षिकोत्सव में झलका ‘अतुल्य भारत’ का रंग, हुआ संस्कृति, विज्ञान और एकता का अद्भुत संगम*

किसी भी विद्यालय का वार्षिकोत्सव उसकी उपलब्धियों, संस्कृति और सृजनशीलता का प्रतीक होता है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में शनिवार, 15 नवंबर 2025 को विद्यालय का वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम थी – *अतुल्य भारत के रंग, प्रिल्यूड के संग*, जिसके अंतर्गत भारत की विविध संस्कृति, परंपरा और वैज्ञानिक प्रगति का मनमोहक चित्रण प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के *मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जल योद्धा के नाम से प्रख्यात पद्मश्री से सम्मानित श्री उमा शंकर पांडे जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध शिक्षाविद व मुनि इंटरनेशनल स्कूल, दिल्ली के संस्थापक श्री अशोक कुमार ठाकुर जी, विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, निदेशिका श्रीमती सुनीता गुप्ता, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव* ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।

सर्वप्रथम स्वागत गीत के पश्चात नर्सरी से कक्षा 1 के विद्यार्थियों द्वारा *अतुल्य भारत की झलकियों* से सफर प्रारंभ हुआ।

*अतुल्य भारत एक्सप्रेस* नामक यह प्रतीकात्मक ट्रेन *दिल्ली स्टेशन से रवाना होकर क्रमशः हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, सहित उत्तर पूर्व के’ राज्यों और अंत में उत्तर प्रदेश* में आकर रुकी। हर पड़ाव पर विद्यार्थियों ने उस राज्य की संस्कृति, परिधान, लोकनृत्य, संगीत और विशेषता को बड़ी खूबसूरती से मंच पर प्रस्तुत किया।

पूरे कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि भारत अनेक भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं के बावजूद एक सूत्र में बंधा हुआ देश है और यही सच्चे अर्थों में ‘अतुल्य भारत’ है।

कार्यक्रम का जोशपूर्ण व सफल संचालन सटीक उच्चारण और आत्मविश्वास के साथ *आरिका पुरोहित, अर्नव गर्ग, कायशा शमसी, गौरी सिंह, काव्या अग्रवाल, ऐना शर्मा, कर्निका गुप्ता, हेमंत चौधरी, वैष्णवी सिसोदिया, द्रविन अरोड़ा, गौरांगी गर्ग, इशिता सिंह, अर्शिया मखीजा, रिया हिरानी, श्रुति चंद्रा* ने अत्यंत प्रभावशाली रूप में किया।

इस अवसर पर सत्र 2024–25 की वार्षिक आख्या प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की शैक्षणिक, क्रीड़ा, सांस्कृतिक और सामाजिक उपलब्धियों की जानकारी दी गई व सी.बी.एस.ई. की दसवीं तथा बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

*मुख्य अतिथि ने* आर्शीवचन देते हुए कहा कि भारत की पहचान उसकी संस्कृति, परंपरा और विविधता में निहित है। ‘अतुल्य भारत एक्सप्रेस’ जैसी प्रस्तुति बच्चों के मन में अपने देश के प्रति गौरव और प्रेम की भावना उत्पन्न करती है।

*विशिष्ट अतिथि ने* कहा कि आज के कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया कि जब शिक्षा में संस्कृति, सृजन और संवेदनशीलता का संगम होता है, तब भारत सचमुच ‘अतुल्य’ बन जाता है।

*डॉ. गुप्ता ने* कहा कि भारत अपनी संस्कृति, सभ्यता और शिक्षा के मूल्यों के कारण ‘अतुल्य’ कहलाता है। बच्चों की प्रस्तुति ने सिद्ध किया कि विविधता ही भारत की वास्तविक शक्ति है।

कार्यक्रम का समापन देश भक्ति से रंगे फिनाले गीत ‘देश रंगीला’ के साथ हुआ, जिसने पूरे वातावरण को जोशपूर्ण, उत्साह और गर्व से भर दिया।

अभिभावकों ने विद्यालय की अनुशासित, रचनात्मक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की। समस्त विद्यालय परिवार के पारस्परिक सहयोग से वार्षिकोत्सव एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।