बरखा की रिमझिम बूंदों का आओ मिल सम्मान करें

बरखा की रिमझिम बूंदों का
आओ मिल सम्मान करें |
बूंद-बूंद को बचा-बचा कर
प्यासों को जल दान करें ||
साहित्य साधिका समिति की साधिकाओं के इस संकल्प के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
डाॅ उषा यादव, डाॅ सुषमा सिंह, डाॅ माला गुप्ता,कमला सैनी, रमा वर्मा, यशोधरा यादव ने माँ वाणी पर पुष्प अर्पित किए ।
तत्पश्चात् श्रीमती अलका अग्रवाल ने संचालन का गुरु भार उठाते हुए नूतन अग्रवाल को माँ शारदे के चरणों में अपने नमन प्रस्तुत करने के लिए वाणी वंदना कराई ।
कार्यक्रम को आगे बढा़ते हुए संचालिका ने सभी साधिकाओं से काव्य पाठ कराया जिससे वातावरण रस मय हो गया ।
श्रृंगार, मनुहार, बहार, विरहणी की पुकार, किसान का दर्द, जीवन का संत्रास आदि भावों की खुशबुओं ने बहिनों को सुवासित किया ।
कविता की गहराईयों और गीतों की ताजगी का सबने आनंद लिया ।
कार्यक्रम को सफल बनाने वाली बहिनें थीं
डाॅ प्रभा गुप्ता, डाॅ रेखा कक्कड़, डाॅ सुरेखा तोमर,रीता शर्मा, भावना दीपक मेहरा, श्रुति सिन्हा, रितु गोयल, पूनम भार्गव जाकिर, नूतन अग्रवाल, अलका अग्रवाल, डाॅ सत्या सक्सेना, डाॅ कुसुम चतुर्वेदी, माया अशोक, डाॅ मीना गुप्ता, अनिता गोयल,डाॅ पुनीता पचौरी, पूजा आहूजा कालरा, मनिंदर कौर, रजनी सिंह, डाॅ मधु भारद्वाज, डाॅ चंदा सिंह
लोकस पत्रिका की संपादिका रजनी सिंह जी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित रहीं ।

दिनांक —-15/07/17

. . . . सचिव
. . . . यशोधरा यादव ‘यशो’